टीवी एक्टर अनुज सक्सेना सीनियर ब्यूरोक्रेट बीके बंसल को 20 लाख की घूस देने के आरोप में आज दिल्ली के एक अदालत में सरेंडर कर दिया। सीबीआई ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया था, जिसके बाद से वह फरार था। बता दें कि कॉरपोरेट अफेयर्स मामलों के डायरेक्टर जनरल रहे बंसल को सीबीआई ने पिछले साल जुलाई में गिरफ्तार किया था। इसके 3 दिन बाद उनकी पत्नी और बेटी ने सुसाइड कर लिया। दो महीने बाद बंसल ने भी बेटे के साथ फांसी लगा ली।
हाईकोर्ट ने सरेंडर करने की दी थी अंतिम तारीख
हाईकोर्ट ने अनुज को 17 फरवरी तक सीबीआई के सामने सरेंडर करने का ऑर्डर दिया था। कोर्ट ने यह भी कहा था कि बंसल के साथ जो कुछ हुआ, वह अनुज के साथ होने का डर है। इसीलिए सीबीआई को ऑर्डर दिया गया था कि अनुज को हिरासत में लेने से पहले एम्स में उसका टेस्ट कराएं। सीबीआई ने कहा था कि आरोपी ने कोर्ट के सामने हाजिर होने के लिए भेजे गए नोटिस का जवाब नहीं दिया। गैर जमानती वारंट होने के बावजूद वह फरार है।
CBI के मुताबिक, बंसल को रिश्वत देने में अनुज का सीधा रोल था। अनुज ने एक बिचौलिए के जरिए बंसल को 20 लाख की घूस दी। घूस की डील थी कि बंसल सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस से उसकी कंपनी की जांच नहीं कराएंगे। अनुज की कंपनी पर 24,000 इन्वेस्टर्स से 175 करोड़ रुपए लेकर इस रकम को विदेशी कंपनियों में लगाने और रिटर्न फाइल नहीं करने के आरोप हैं।
टीवी सीरियल में कर चुके हैं काम
अनुज ‘कुमकुम’ और ‘कुसुम’ जैसे टीवी सीरियल में काम कर चुके हैं। पहली बार ‘आसमान’ सीरियल में नजर आए थे। वे एक्टर के साथ डॉक्टर भी हैं और एल्डर फार्मास्युटिकल्स कंपनी के मालिक हैं।
क्या है पूरा मामला?
17 जुलाई, 2016 को करप्शन के आरोप लगने के बाद IAS बंसल को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके तीन दिन बाद ही उनकी पत्नी और बेटी ने घर में सुसाइड कर लिया था। करीब 2 महीने बाद बंसल ने भी बेटे के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। अपने सुसाइड नोट में डीआईजी (सीबीआई) संजीव गौतम और उनकी टीम के कुछ मेंबर्स पर पूरे परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।
टीम बेबाक