Haryana: किसान आंदोलन के चलते पिछले 5 महीने से हरियाणा-पंजाब के सभी टोल प्लाजा बंद पड़े हैं, जिसकी वजह से सरकार को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर स्थित शंभू टोल प्लाजा भी पिछले 5 महीने से किसान आंदोलन के चलते बंद पड़ा है। जिसकी वजह से सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचा है।
बीते 5 महीने से किसान आंदोलन के चलते हरियाणा-पंजाब के सभी टोल प्लाजा बंद पड़े है। जिससे भले ही लोगों को इसका फायदा हो रहा है लेकिन सरकार को टोल प्लाजा बंद होने की वजह से भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर स्थित भी पिछले 5 महीने से बंद हैं। टोल प्लाजा से गुजरने वाले किसी भी वाहन चालक को किसी भी तरह का टोल टैक्स देना नहीं पड़ता। टोल बूथ पर पिछले 5 महीने से ताले लटके हुए हैं और किसानों ने टोल प्लाजा के नीचे अपना डेरा डाला हुआ है।
किसान आंदोलन के चलते टोल प्लाजा बंद होने की वजह से सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचा है। जिसके बारे में जानकारी देते हुए टोल प्लाजा इंचार्ज ने बताया कि किसान आंदोलन के चलते 25 दिसंबर से टोल प्लाजा बंद है। जिसकी वजह से केंद्र सरकार को अभी तक 60 करोड़ का नुकसान हो चुका है।
उन्होंने बताया कि टोल प्लाजा बंद होने की वजह से हुए नुकसान का असर देश के विकास पर पड़ेगा क्योंकि टोल कलेक्शन एजेंसी टोल कलेक्ट करके सरकार को देती है और सरकार उस पैसे को देश के विकास के लिए इस्तेमाल करती है।
वहीं, किसान आंदोलन के चलते टोल प्लाजा बंद होने की वजह से सरकार को हुए घाटे को लेकर जब किसानों से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि उन्हें सरकार को नुकसान पहुंचाने का कोई शौख नहीं है, लेकिन सरकार जब तक 3 कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी उनका आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा और टोल प्लाजा भी बंद रहेंगे।
टीम बेबाक