प्रयागराज: जिले में पुलिस के नाम पर ट्रक चालकों से वसूली करने का मामला फिर से एक बार सामने आया है। कुछ मनबढ़ युवक ट्रक ड्राइवरों को नो एंट्री बताते हैं और फिर ट्रक पास करवाने के लिए प्रत्येक से 200 रुपये वसूलते हैं बस इतना ही नहीं बल्कि पैसा न मिलने पर ट्रक चालकों को थाने में बंद करवाने की धमकी भी दी जाती है। वसूली के ‘खेल की जानकारी मिलने पर दारागंज और कीडगंज थाने में अज्ञात युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है।
नो एंट्री में ट्रकों को निकालने के नाम पर होती है अवैध वसूली
पुलिस के सूत्रों के अनुसार यमुनापार के घूरपुर थाना क्षेत्र से लेकर दारागंज थाने के बीच एक गिरोह है जो ट्रकों को पास करवाने का काम करता है। इसमें अधिकतर बालू व गिट्टी से लदे हुए ट्रक होते हैं।
वसूली करने वाले युवक प्रत्येक थाने के हिसाब से अपना स्थान भी निर्धारित किए हुए है जहां ट्रकों को डंडा लेकर रोकते हैं। फिर चालकों को बताया जाता है कि आगे नो एंट्री है ट्रक नहीं जा सकते हैं अगर जल्दी निकलना चाहते हो तो 200 रुपये देना पड़ेगा और आश्चर्य की बात तो यह है कि वसूली करने वाले खुद को संबंधित थानेदार अथवा थाने का व्यक्ति भी बताते हैं। यह पूरा ‘खेल स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से ही होता है।
एसएसपी ने कसा पेंच तब हुई एफआईआर
घूरपुर, नैनी, कीडगंज और दारागंज थाना क्षेत्र में हो रही अवैध वसूली का मामला एसएसपी तक पहुंचा तो उन्होंने थानेदारों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है। इस पर इंस्पेक्टर कीडगंज शिशुपाल शर्मा व थानाध्यक्ष दारागंज आशुतोष तिवारी ने रंगदारी के आरोप में अज्ञात युवकों पर मुकदमा कराया है। आरोप है कि युवक शास्त्री ब्रिज से झूंसी की ओर जाने वाले ट्रक चालकों से नो एंट्री का भय दिखाकर और पुलिस के नाम पर वसूली करते हैं। इस तरह कीडगंज में भी किया जाता है।
हमला भी कर चुके है
बालू से लदे ट्रकों को पास करवाने वाले युवक आरटीओ विभाग के कुछ अधिकारियों व पुलिस कर्मियों पर हमला भी कर चुके हैं। कीडगंज और घूरपुर में ऐसी घटना होने के बाद उनके विरुद्ध मुकदमा लिखा गया था। इसके बावजूद वसूली का खेल फिर शुरू हो गया है।
टीम बेबाक