Bhopal: रक्षाबंधन के पर्व पर आम आदमी पार्टी की भोपाल जिला अध्यक्षा रीना सक्सेना व प्रदेश सचिव (महिला विंग) भारती जैन के नेतृत्व में सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचकर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को राखी बांधने पहुंची। लेकिन जैसे ही सीएम शिवराज ‘मामा’ को पता चला की ये बहने उपहार के तौर पर मध्यप्रदेश में महिला सुरक्षा और सस्ती रसोई गैस व घरेलू बिजली की मांग करने वाली हैं तो उन्होंने सैकड़ों बहनों की राखियों को ठुकरा दिया। आखिर क्यों? क्या वे इन बहनों के भाई नहीं लगते? अच्छा होता यदि राजनीतिक मंच में खुद को ‘मामा’ कहने वाले इन बहनों की मांग पूरी करते या न करते लेकिन राखी तो जरूर बंधा लेते। लेकिन सरकार के इसारे पर इन्हें पुलिस के द्वारा जबरन बस में भरकर भोपाल शहर के बाहर छोड़ दिया गया।
राजनीतिक लाभ के लिए बनाया ‘मामा भांजे’ का रिस्ता
इस अनूठे प्रदर्शन में भारती जैन ने कहा कि इस वर्ष रक्षाबंधन के पूर्व से ही आम आदमी पार्टी की महिला बहनों ने राखी बांधने के लिए शिवराज जी से समय मांगती रहीं, पर समय उपलब्ध नहीं कराया गया है । उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला अपराध निरंतर बढ़ने के कारण मध्यप्रदेश की सभी बहनों में असुरक्षा का डर है। दोषियों पर उचित कार्रवाई करने में नाकाम साबित हो रहे शिवराज जी अपना चेहरा छुपाकर बहनों से भाग रहे हैं । शिवराज जी ने सिर्फ राजनैतिक लाभ लेने के लिए प्रदेश की जनता से इकतरफा मामा और भाई का रिश्ता बना रखा है। वे सिर्फ मध्यप्रदेश की जनता की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं, जो कि अति निंदनीय है।
भीषण मंहगाई से चूल्हा जलना हुआ कठिन
रीना सक्सेना ने कहा कि सीएम शिवराज अगर सच में हमारे बच्चों के मामा होते तो वह अपने बहनों के घरों का बजट नहीं बिगाड़ते। महंगी बिजली व रसोई गैस की मार न मारते। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह से कहा कि भैया इस कमरतोड़ महंगाई के दौर में बहनों के घर का चूल्हा जलाना भी मुश्किल हो गया। किसी भी तरह रहम बरतो बहनों पर। वहीं आम आदमी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने शिवराज सिंह से कहा कि अब वो मामा के इक तरफे और झूठे रिश्ते का सच क्रमबद्ध और लोकतांत्रिक तरीके से जनता के सामने रखेंगी। जनता का भावनात्मक शोषण नहीं होने देंगीI
Tarun Chaturvedi, Bhopal…