उत्तराखंड: देहरादून में चौथे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आगाज बीते शुक्रवार से राजपुर रोड सिल्वर सिटी में हुआ। 21 सितंबर से 23 सितंबर तक चलने वाले इस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में फिल्मों को बढ़ावा देने के चलते कमर्शियल फिल्म सहित लघु फिल्म, डॉक्यूमेंट्री व एल्बम जैसी बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक 60 से अधिक फिल्मों को स्क्रीनिंग कर प्रदर्शित किया जाएगा।
दून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का हुआ रंगारंग आगाज
देहरादून में चौथे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इस बार मुख्य अतिथि के तौर पर बॉलीवुड की फिल्म ‘शोले’ के निर्देशक रमेश सिप्पी ने शिरकत की। वहीं, इस फेस्टिवल में निदेशक विवेक वासवानी के अलावा फिल्मी कलाकार शर्मन जोशी सुरेंद्र पाल किरण जुनेजा हेमंत पांडे जैसे कई बड़े फिल्मी जगत के लोग मौजूद रहे।
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के शहरी मंत्री मदन कौशिक भी मौजूद रहे। इस दौरान भारतीय सिनेमा के ऐतिहासिक फिल्म के निर्माता-निर्देशक रमेश सिप्पी ने उत्तराखंड के देहरादून सहित पर्वतीय राज्य के वादियों में फिल्म निर्माण स्वागत करते हुए राज्य में फ़िल्म उद्योग को बढ़ावा देते हुए किसी भी फिल्म की शूटिंग से लेकर निमार्ण तक बिना टैक्स व शुल्क लिए सभी तरह की सुविधा मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
उधर, उत्तराखंड सरकार द्वारा आभार प्रकट करते हुए रमेश सिप्पी ने कहा कि जिस तरह से उत्तराखंड सरकार ने फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने को लेकर आश्वस्त किया है, वह सराहनीय है। लेकिन राज्य सरकार को इसके अलावा अन्य जरूरी सुविधाओं के लिए कदम उठाकर धरातल में कार्य करने की अपील की। उनका कहना है कि सिर्फ फिल्म शूटिंग के लिए टैक्स व शुल्क सुविधा मुफ्त कर देना ही काफी नहीं है। इसके लिए कई अन्य मूलभूत सुविधाओं का होना भी जरूरी है।
फिल्म की शूटिंग से लेकर निमार्ण होगी बिना टैक्स व शुल्क के
वहीं, इस इस दौरान उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता व शहरी मंत्री ने देहरादून में होने वाले इस फिल्म फेस्टिवल आयोजकों को बधाई दी और फिल्म उद्योग से जुड़े निर्देशक निर्माताओं को उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग व फिल्म निर्माण के लिए बिना शुल्क लिए मुफ्त में सुविधाओं देने का आश्वासन देते हुए फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने की बात कही।
मैं पहाड़ी हूं की हुई स्क्रीनिंग
देहरादून में चौथे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आयोजन में सबसे पहले राज्य के पर्वतीय इलाकों से जुड़े विषय पलायन को रोकने के सन्देश से बनाई गई लघु फिल्म ‘मैं पहाड़ी हूं’ की स्क्रीनिंग की गई जिसमें कुमाऊ के बागेश्वर जिले के गांव में मड़वे के आटे से बने बिस्कुट से रोजगार जुड़ने के बारे में दिखाया गया। इस फिल्म में बताया गया कि इस रोजगार से इस पहाड़ी क्षेत्र में मडुवे के आटे से बने बिस्किट आज देश दुनिया में अन्य सामग्री से बने अन्य बिस्कुट की तुलना ये कितने प्रसिद्ध हो रहे हैं। जिसके चलते बागेश्वर जिले 80 गांव के 900 लोगों रोजगार प्राप्त हो रहा है।
देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आयोजन करने वाले राजेश शर्मा का कहना है कि प्रथम वर्ष की तुलना इस वर्ष उनको भारी समर्थन मिल रहा है। लगातार बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक इस फिल्म फेस्टिवल के लिए आयोजकों सहित फिल्मकारों का सहयोग जिस तरह से मिल रहा है, वह सराहनीय योग्य है।
इस फेस्टिवल में हर तरह की फिल्मों को दिखाया जाएगा
उन्होंने कहा 3 दिन तक चलने वाले फिल्म फेस्टिवल में हर तरह की फिल्मों को दिखाया जाएगा। जिसमें कमर्शियल फिल्म, लघु फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, एल्बम्स व समाज में संदेश देने वाली फिल्मे जुड़ी होंगी। राजेश शर्मा ने बताया कि इस साल उनकी तैयारियों में सबसे अहम जो था मुख्य अतिथि के तौर पर शोले फिल्म के निर्माता-निर्देशक रमेश सिप्पी को देहरादून इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल शिरकत कराने का उद्देश्य जो उनकी हामी से पूरा हुआ। रमेश सिप्पी के आगमन से फ़िल्म फेस्टिवल को उत्तराखंड में आगे बढ़ाने का कार्य हैं।
इस फिल्म फेस्टिवल में शिरकत करने वाले महाभारत टीवी सीरियल के द्रोणाचार्य का किरदार निभाने वाले कलाकार सुरेंद्र पाल ने फ़िल्म फेस्टिवल की सराहना करते हुए कहा कि फेस्टिवल कोई भी हो वह छोटा व बड़ा नहीं होता बल्कि आयोजकों के द्वारा इस तरह का कार्य अंजाम तक पहुंचना बड़ा कार्य होता हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से उत्तराखंड में फिल्म निर्माण के लिए अपार संभावनाएं हैं उसको देखते हुए यहां सरकार को बॉलीवुड निर्देशक निर्माताओं को कई ऐसी सुविधाएं देनी होंगी, जिससे उन्हें फिल्म के बनाने में समय सबसे अहम सुविधा की जरूरत होती है। सुरेंद्र पाल ने कहा पिछली सरकारों सहित उत्तराखंड में फिल्म निर्माण महत्व देते हुए मौजूद सरकार ने जो कदम उठाया है, उसे सही मायने में धरातल पर उतरना होगा। ताकि बॉलीवुड फ़िल्म मेकर उत्तराखंड का रुख कर सकें।
टीम बेबाक