New Delhi: पारिवारिक विवादों का एक सबसे आम कारण संपत्ति होता है। लेकिन हरिद्वार में पोते-पोतियों को लेकर एक दंपति ने अपने बेटे को कोर्ट में घसीटा है।
वरिष्ठ नागरिकों ने अपने बेटे से कहा है कि वो या तो उन्हें पोता-पोती दें या उनकी परवरिश में खर्च किए गए 5 करोड़ रुपये की प्रतिपूर्ति करे।
BHEL के सेवानिवृत्त इंजीनियर संजीव रंजन प्रसाद एक हाउसिंग सोसाइटी में रहते हैं। उन्होंने अपनी सारी बचत अपनी इकलौती संतान श्रेया सागर को पायलट बनाने में खर्च कर दी। 2016 में श्रेया ने ने नोएडा की शुभांगी से शादी कर ली। हालांकि, शादी के कई सालों बाद उनके कोई बच्चा नहीं है।
प्रसाद ने कहा, “हमने उसे पायलट बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन वह हमें दादा-दादी नहीं बना सकता। उनकी शादी को छह साल बीत चुके हैं। हमारे पास सब कुछ होने के बावजूद कुछ भी नहीं बचा है।”
उनके वकील का कहना है कि उनके सामने ऐसा केस कभी नहीं आया। यह मुकदमा हरिद्वार की एक अदालत में दायर किया गया है।