New Delhi: 22 मार्च से दिल्ली की लाइफलाइन यानी दिल्ली मेट्रो बंद पड़ी है। लेकिन अब जल्द ही मेट्रो का सफर फिर से शुरू हो सकता है लेकिन इसमी कई बदलाव होंगे, यानी आपकी मेट्रो अब पहले जैसी नहीं होगी।
मेट्रो ने इसकी तैयारी 1 महीने पहले ही शुरू कर दी थी, जिसमे मेट्रो स्टेशन्स, प्लेटफॉर्म्स, टिकट काउंटर्स, टिकटिंग मशीन्स पर सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर मार्किंग की जा चुकी है। चूंकि कोरोना वायरस का खौफ कुछ कम होने और लॉकडाउन में ढील मिलने की आस दिल्ली मेट्रो को भी जगी है। अब सवाल ये है कि इसके अलावा आपको किन चरणों से गुजरना पड़ सकता है।
मेट्रो से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इसके लिए मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा दे रहे सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्यॉरिटी फोर्स यानी सीआईएसएफ ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (sop) तैयार किया है। इसी SOP के आधार पर सीआईएसफ के सभी जवान काम करेंगे। सूत्रों का कहना है की लॉकडाउन खुलने के बाद जब भी मेट्रो रेल में सवारियों की आवाजाही शुरू होगी, तब सभी मेट्रो स्टेशनों पर कम से कम गेट खोले जाएंगे। यानी अगर एक स्टेशन पर एंट्री के लिए 3 गेट है तो उसमें से केवल एक ही खोल जाएगा। क्योंकि एंट्री गेट पर आपकी थर्मल स्क्रीनिंग होंगी।
खुले गेटों पर नियंत्रित तरीके से यात्रियों को प्रवेश की अनुमति मिलेगी और प्रवेश द्वार से अंदर हर यात्रियों के बीच एक मीटर की दूरी का ख्याल रखा जाएगा। इसी कड़ी में यदि किसी मेट्रो स्टेशन परिसर के बाहर ज्यादा भीड़ इकट्ठी हो जाती है तो स्टेशन के बाहर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय पुलिस की भी मदद ली जाएगी।
सीआईएसएफ के जवानों को निर्देश दिया जा चुका है कि बिना मास्क पहने किसी भी यात्री को स्टेशन परिसर में नहीं घुसने दे, अगर कोई यात्री नही मानेगा तो उसे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया जाएगा।
सीआईएसएफ के जवान मेट्रो स्टेशन परिसर में प्रवेश करने वाले सभी यात्रियों के मोबाइल फोन भी देख सकते है जिसमे आरोग्य सेतु एप्प का होना बेहद जरूरी है। साथ ही उनकी पहचान करें कि वह वायरस से प्रभावित है या नहीं। मेट्रो स्टेशन में सिर्फ सुरक्षित श्रेणी के व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी।
मेट्रो स्टेशनों के एंट्री पॉइंट पर ही यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। इसकी जिम्मेदारी डीएमआरसी के कर्मचारी के पास होगी जिनका तापमान असामान्य पाया जाएगा, उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। इसी तरह सर्दी, खांसी और अन्य फ्लू जैसे लक्षणों से पीड़ित व्यक्तियों को भी स्टेशन में नहीं घुसने दिया जाएगा।
मेट्रो स्टेशन में एंट्री के बावजूद आपकी सेफ्टी का पूरा ख्याल रखा जाएगा यानी कि आप अगर इन चरणों में पास हो भी गए तो भी आप मेट्रो के अंदर या स्टेशन पर किसी पर खासते, यहाँ वहाँ बेवजह छूते, थूकते, किसी को बेवजह छूते या कोरोना के लिए जानलेवा बन सके ऐसी कोई हरकत करते पाए गए तो आप पर कोरोना जुर्माना भी लग सकता है ये जुर्माना 200 से 500 रुपये हो सकता है, यानी आपके लिए, हमारे लिए और दिल्लीवासियों के लिए मेट्रो को पूरी तरीके से सुरक्षित बनाने की तैयारी जोरों पर है
दिल्ली मेट्रो के दैनिक यात्री अब एक नई तरह की स्मार्ट कार्ड सुविधा का लाभ ले सकेंगे, जिसमें एक नए ऑटो टॉपअप फीचर से वे अपने कार्ड मेट्रो स्टेशन के ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (AFC) गेट पर ऑटोमेटिक तरीके से रिचार्ज करा सकेंगे। यह नया स्मार्ट कार्ड ग्राहकों के लिए ‘ऑटोपे’ (Autope) एप के माध्यम से उपलब्ध होगा, जिसे इस उद्देश्य के लिए विशेष तौर पर विकसित किया गया है।
‘ऑटोपे’ द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड में ऑटो टॉपअप की सुविधा होगी, जब कभी कार्ड की वैल्यू `100/- से कम रह जाएगी तो ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (AFC) प्रवेश गेट पर कार्ड में 200 रु. की राशि स्वतः क्रेडिट हो जाएगी। ‘ऑटोपे’ से टॉपअप वैल्यू ग्राहकों के लिंक किए कार्ड/बैंक खाते से अगले कार्य दिवस में ऑटो-डेबिट हो जाएगी।
‘ऑटोपे’ स्मार्ट कार्ड की सेवाएं लेने के लिए उपयोगकर्ता को ‘ऑटोपे’ एप (गूगल प्ले स्टोर पर एंड्रॉयड यूजर्स और एप्पल स्टोर आईफोन यूजर्स* के लिए उपलब्ध) डाउनलोड करके अथवा ऑटोपे मोबाइल साइट autope.in पर अपना पंजीकरण कराना होगा और अपने बैंक/ क्रेडिट कार्ड/ यूपीआई अकाउंट को कार्ड से लिंक करना होगा, जो सिर्फ एक बार की जाने वाली प्रक्रिया है। ग्राहक से प्रत्येक ट्रांजेक्शन के लिए एक मामूली सुविधा शुल्क (अधिकतम 1%) वसूला जाएगा।
इसके अतिरिक्त, जिन दैनिक यात्रियों के पास पहले से ही दिल्ली मेट्रो स्मार्ट कार्ड है, वे अपने कार्ड में ऑटो टॉपअप फीचर इनेबल करा सकते हैं, जिसके लिए उन्हें ‘ऑटोपे’ एप के माध्यम से अपना पंजीकरण कराना होगा। ऐसे मौजूदा कार्डधारकों को अपने कार्डों का पंजीकरण कराने के तीन दिन बाद किसी भी मेट्रो स्टेशन के कस्टमर केयर सेंटर पर जाकर एक बार अपना कार्ड एक्टिवेट कराना होगा।
टीम बेबाक