Uttar Pradesh: लॉकडाउन के बागद लगातार पलायन कर रहे मजदूर लगातार हादसे के शिकार हो रहे हैं। ताजा मामला यूपी के औरेया (Auraiya) का है, जहां प्रवासी मजदूर बड़े सड़क हादसे के शिकार हो गए। इस हादसे में 24 मजदूरों की मौत हो गई। ट्रक में सवार होकर ये मजदूर हरियाणा (Haryana) और राजस्थान (Rajasthan) से अपने गांवों की तरफ पलायन कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इनमें ज्यादातर मजदूर पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के बताए जा रहे हैं। कई मजदूर गंभीर रुप से घायल हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने बताया कि दो ट्रकों में भिड़ंत की वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ। फरीदाबाद दिल्ली से आने वाले सैकड़ों मजदूर इसी रास्ते से होकर अपने-अपने घरों को जा रहे थे। जानकारी के मुताबिक, सुबह करीब 3.30 बजे दो ट्रकों में आपस में भिड़ंत हो गई, जिसमें करीब 50 मजदूर ट्राला पलटने से हताहत हुए। घायलों को औरैया (Auraiya) जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जबकि 15 अन्य लोगों की हालत नाजुक होने के कारण सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि नेशनल हाईवे पर एक ढाबे के पास खड़ी डीसीएम (DCM) में टकराने से ट्राला अनियंत्रित हो गया, इस ट्राले में आंटे की बोरी लदी हुई थी और श्रमिक इन बोरियों के ऊपर बैठे हुए थे। हादसे में ज्यादातर श्रमिक (Labor) इन बोरियों में दब गए। जब तक उन्हें निकाला गया, इनमें से कई ने दम तोड़ दिया था।
ओरैया (Auraiya) के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया है कि सुबह 3:30 बजे हादसा हुआ है, इसमें 23 लोगों की मौत हुई है। 20 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ज्यादातर लोग बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल और कुछ यूपी के रहने वाले थे।
वहीं, कानपुर (Kanpur) के IG मोहित अग्रवाल ने बताया कि हादसे में अब तक 24 लोगों की मौत हुई है और 22 लोगों को सैफई मेडिलक कॉलेज (Saifai Medical College) रेफर किया गया है। 12 लोगों का ज़िला अस्पताल औरैया (Auraiya) में इलाज कराया जा रहा है। हम लोगों का पूरा प्रयास है कि जो घायल हैं वो सही सलामत अपने घर पहुंचे।
वहीं इस घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने भी संज्ञान लिया है। उन्होंने इस घटना में मृतकों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर करते हुए घायलों के तुरंत उपचार के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने IG कानपुर से पूरी घटना पर एक रिपोर्ट भी मांगी है।
यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने औरैया (Auraiya) के मृतकों को 2-2 लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 50-50 हज़ार रुपये उपलब्ध कराने की सिफारिश की है। हादसा दुखद है, मुख्यमंत्री जी ने संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्रवाई की और बॉर्डर के दोनों SHO को निलंबित किया है। मथुरा, आगरा जहां से वो होकर आए थे, वहां के SSP, ASP और आगरा के AD ज़ोन से स्पष्टीकरण मांगा है।
पीएम मोदी ने हादसे पर दुख प्रकट करते हुए कहा औरैया (Auraiya) में सड़क दुर्घटना बेहद ही दुखद है। सरकार राहत कार्य में तत्परता से जुटी है। इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
हादसे पर बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि UP के CM से मेरा ये ही कहना है कि जिन अधिकारियों ने अपनी ज़िम्मेदारी को अच्छी तरह नहीं निभाया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और जो लोग इस दुर्घटना में मारे गए या घायल हुए हैं, उनकी पूरी आर्थिक मदद करें और मृतकों के शरीर को उनके परिवार के पास भेजें।
उन्होंने कहा कि कल ही Uttar Pradesh के CM ने बयान दिया था कि जो भी मजदूर यहां आएंगे या यहां से गुजरेंगे, अधिकारी उनके ठहरने, खाने, सुरक्षा की पूरी व्यवस्था करेंगे। लेकिन दुख की बात है कि CM के दिशानिर्देशों को अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसकी वजह से आज औरैया में बहुत बड़ा हादसा हुआ।
वहीं, पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने औरैया में सड़क हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि 24 से भी अधिक गरीब प्रवासी मज़दूरों की मौत पर अवर्णनीय दुख। घायलों के लिए दुआएं। सब कुछ जानकर, सब कुछ देखकर भी, मौन धारण करनेवाले हृदयहीन लोग और उनके समर्थक देखें कब तक इस उपेक्षा को उचित ठहराते हैं। ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या हैं।
बीजेपी प्रमुख जे पी नड्डा ने कहा कि हादसे में 23 मज़दूरों के असामयिक निधन की खबर से मन विचलित है। मेरा सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत कार्य में प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है। ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।
गौरतलब हो कि लॉकडाउन (Lockdown) के बाद बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूर अपने घरों की तरफ लौट रहे हैं। ट्रेन और बसों की व्यवस्था बंद होने के कारण ये प्रवासी हाइवे पर पैदल, साइकिल, रिक्शा या फिर ट्रकों की मदद से अपने गांवों तक पहुंच रहे हैं, लेकिन इससे होने वाले हादसों में बढ़ोतरी हो गई है। पिछले कुछ दिनों में कई प्रवासी मजदूर इन्हीं हादसों के शिकार हो चुके हैं।
टीम बेबाक