जम्मू-कश्मीरः किश्तवाड़ में बादल फटने की घटने में लोगों की हुई मौत के बाद जम्मू-कश्मीर का प्रशासन सजग हो चुका है। अब जम्मू में डॉप्लर वेदर रडार लगा दिया गया है। रविवार को इसका उद्घाटन किया गया। जिसके बाद बादल फटने की घटनाओं से लेकर वैष्णो देवी यात्रा व अमरनाथ यात्रा के दौरान मौसम से जुड़ी हुई सटीक जानकारी प्रशासन और यात्रियों तक पहुंच पाएंगी। इस रडार के लगने का सबसे बड़ा फायदा वैष्णो देवी और अमरनाथ यात्रियों को होगा। यात्री मौसम की सटीक जानकारी के साथ अपनी यात्रा को प्लान कर सकेंगे। खास तौर पर अमरनाथ यात्रा के दौरान हाईवे के इलाकों में मौसम की सटीक जानकारी मिलने से यात्रियों को ढेरो परेशानियों और दुर्घटनाओं से बचाया जा सकेगा।
जानमाल के नुकसान को किया जा सकेगा कम
ये डॉपलर रडार जम्मू के मौसम विज्ञान केंद्र पर लगाया गया है। इसको लगाने में 7 से 8 करोड़ रुपए का खर्चा आया है। इस वेदर रडार लगने से कई तरह की मौसम से संबंधित जानकारियां समय पर मिल सकेंगी। अगर किसी भी जगह पर भारी बारिश की आशंका होगी तो उसके बारे में पहले ही रडार से मिली जानकारी के बाद उस इलाके में अलर्ट जारी कर दिया जाएगा। खास तौर पर डॉप्लर रडार सिस्टम से दो से तीन घंटे पहले ही भारी बारिश, बाढ़, बादल फटने, और आंधी जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने से जानमाल के नुकसान को कम किया जा सकेगा।
दो से तीन घंटे पहले ही मौसम का पूर्वानुमान मिल सकेगा
इंटिग्रेटेड हिमालयन मेट्रोलॉजिकल प्रोग्राम के तहत लगाया गया यह रडार सौ किलोमीटर हवाई क्षेत्र को कवर करेगा। जम्मू के अलग-अलग जिलों में फिलहाल ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे दो से तीन घंटे पहले मौसम का पूर्वानुमान मिल सके। खासतौर पर बरसात के सीजन में ऐसी सुविधा न होने के कारण भारी जानमाल के नुकसान की आशंका रहती है। इसमें विशेषतौर पर बादल फटने की घटनाओं ने अधिक तबाही मचाई है। हाल ही में किश्तवाड़ के दचन में बादल फटने से कई लोगों की जान चली गई थी जबकि 19 लोग इसमें लापता हो गए थे।
टीम बेबाक…