New Delhi: दिल्ली के मुंडका में हुई भीषण आग की त्रासदी विभिन्न सरकारी अधिकारियों के ध्यान का केंद्र बनी हुई है। शुक्रवार को इस घटना में 27 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई लोग घायल हो गए जिन्हें संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को आग लगने वाली चार मंजिला इमारत का दौरा किया। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, जिन 12 लोगों को चोटें आई हैं, उन्हें 50,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
इस बीच, आग की त्रासदी के चश्मदीदों ने उल्लेख किया कि जब वे अचानक धुएं के गुबार के सामने आए तो डर गए थे।
प्रत्यक्षदर्शी बिमला के अनुसार, इमारत में आग लगने से इमारत की खिड़कियां पूरी तरह से टूट गईं। उन्होंने संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में कहा ”हम सब एक मीटिंग में बैठे थे। अचानक बिजली चली गई और किसी ने कहा कि धुएं का गुबार उठ रहा है। हर तरफ अफरा-तफरी मच गई, खिड़कियां टूट गईं और लोगों ने हमें नीचे उतारने के लिए रस्सियां फेंकी।” उन्होंने आगे कहा “मैं बैठक में लगभग सभी को जानती थी। लेकिन मुझे नहीं पता कि वे अब कहाँ हैं।”
घटना के बाद से लापता पत्नी को ढूंढ़ रहे संतोष कुमार नाम के एक व्यक्ति ने कहा कि अभी तक उसकी पत्नी लापता है। उन्होंने भयावहता बताते हुए कहा “वह वहां काम करती थी। जब हम आग की घटना के बाद वहां गए थे तो हमें यहां अस्पताल आने के लिए कहा गया था। हमें यहां आपातकालीन वार्ड में प्रवेश करने की इजाजत नहीं थी। बाद में हमें अनुमति दी गई, लेकिन वह यहां नहीं थी। हमने एक गुमशुदगी का रिपोर्ट दायर किया है, हमें नहीं पता कि वह जीवित भी है या नहीं।”
विशेष रूप से आग की जगह से निकाले गए 27 में से 25 शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
डीसीपी आउटर डिस्ट्रिक्ट समीर शर्मा के अनुसार, “बचाव मिशन जारी है। एनडीआरएफ जांच कर रहा है कि क्या अभी और शव हैं, अब तक 27 शव बरामद किए गए हैं, लेकिन उनमें से 25 की पहचान नहीं हो पाई है। फोरेंसिक टीम डीएनए सैम्पल्स की जांच करेगी। जबकि 27-28 गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई है।
आयुक्त ने आगे कहा है कि जांच में दोषी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे जोड़ा “हमने उचित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। हर किसी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जिसने भी कुछ गलत या नियमों का उल्लंघन किया है। हम उचित जांच करेंगे, दोषी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस ने कंपनी के मालिक हरीश गोयल और वरुण गोयल को गिरफ्तार किया है। इमारत का मालिक मनीष लकड़ा अभी भी फरार है।
हालांकि, आग घटना स्थल पर बचाव अभियान अब समाप्त हो गया है। एक दमकल अधिकारी ने दावा करते हुए कहा कि मरने वालों की संख्या 30 हो सकती है।