पटना : पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि जदयू के कुशवाहा और राजद के मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाने की जुगत में हैं। वह उन नेताओं को अपने पाले में लाने की तैयारी कर रहे हैं, जो अभी दूसरे दलों में किसी न किसी वजह से नाराज चल रहे हैं। 30 सिंतबर को नागमणि द्वारा राष्ट्रीय शोषित समाज दल नाम से राजनीतिक दल की भी घोषणा करने की संभावना है। नागमणि ने सोमवार को यहां कहा कि कुशवाहा समाज ही क्यों, मुस्लिम और अत्यंत पिछड़ी जातियों का सिर्फ राजनीतिक इस्तेमाल हुआ है। हमारी नई पार्टी का उद्देश्य 2024 के लोकसभा चुनाव में कुशवाहा, मुस्लिम, अत्यंत पिछड़े व दलित वर्ग के अलावा सवर्ण वर्ग के उपेक्षित लोगों को एकजुट कर राजनीति की मुख्य धारा में लाना होगा। इसमें भाजपा साथ देगी तो हम उसका स्वागत करेंगे। फिलहाल हमने बिहार-झारखंड में सक्रियता बढ़ाई है और 30 सितंबर को पटना में एक विशाल सम्मेलन में नई पार्टी की घोषणा की जाएगी।
तीन दशक बाद भी सवर्णों में गरीब लोग उपेक्षित हैं
सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने बिहार और झारखंड के कुशवाहा व मुस्लिम नेताओं की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सवर्णों, पिछड़ों और मुस्लिमों को सामाजिक न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ेंगे। इसका नेतृत्व कुशवाहा समाज करेगा। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल यूनाइडेट (जदयू) से सवाल किया कि पिछले तीन दशकों से दोनों पार्टियां सत्ता में हैं, फिर भी सवर्णों में गरीब लोग उपेक्षित हैं। यही हाल मुस्लिमों व दलितों का है, जबकि कुशवाहा एवं अत्यंत पिछड़ी जातियों के वोट बैंक को केवल राजनीतिक इस्तेमाल किया गया। उन्हें उस अनुपात में सत्ता में भागीदारी नहीं दी गई, जिसका वे हकदार हैं। बैठक में मनोरंजन कुशवाहा, इश्तयाक अहमद, मुमताज अली और नौशाद अहमद समेत अन्य नेताओं ने नागमणि को नई पार्टी की घोषणा के लिए अधिकृत किया।
टीम बेबाक…