Gujrat: देश भर में जिन शहरों में कोरोना संक्रमण तेज़ी से बढ़ा है, उसमें गुजरात का सूरत शहर भी शामिल है। इसके चलते शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड, इंजेक्शन, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी पड़ गई है। ऐसे में शहर की बिगड़ते हालात को भांपते हुए मजूरा विधानसभा से भाजपा विधायक हर्ष संघवी ने मोर्चा संभाला और 72 घंटे में 200 बेड का कोविड अस्पताल बनाने की ठानी। विधायक की मेहनत रंग लाई और महज 48 घंटे में 100 बेड का अस्पताल तैयार हो गया। जिसमें ऑक्सीजन सप्लाई सहित डॉक्टर और हॉस्पिटल स्टाफ की नियुक्ति का भी काम शामिल है।
सूरत के अलथान इलाक़े में स्थित मनपा के कम्यूनिटी हॉल में भाजपा विधायक हर्ष संघवी का 200 बेड की कोविड हॉस्पिटल बनाने का काम पूर जोश में चल रहा है। सूरत में कोरोना के मरीज़ इतनी तादात में हो गए हैं कि शहर के सरकारी सिविल हॉस्पिटल और स्मीमेर हॉस्पिटल में कोई बेड ख़ाली नहीं है। यही हाल शहर के निजी हॉस्पिटलों का भी है।
सूरत शहर की बिगड़ी सूरत को ध्यान में रखते हुए भाजपा हर्ष संघवी आगे आए और उन्होंने यहां पर एक 200 बेड का कोविड हॉस्पिटल बनाने का काम शुरू कर दिया है। कोविड हॉस्पिटल को तैयार करने के लिए भाजपा विधायक ने मनपा के कम्यूनिटी हॉल को इस्तेमाल में लिया है।
विधायक का कहना है कि इसी जगह एक साल पहले भी उन्होंने 185 बेड का कोविड आइसोलेशन सेंटर बनाया था। मगर इस बार सूरत में कोरोना का संक्रमण बहुत ज़्यादा है। लोगों को इलाज में हो रही तकलीफों को और शहर के हालात को देखते हुए तत्काल 200 बेड का हॉस्पिटल अगले 72 घंटे में बनाने का आयोजन किया है, जिसमें 48 घंटे के भीतर 100 बेड तैयार हो चुका है। देर रात तक सभी बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद हॉस्पिटल में कोविड मरीजों का उपचार शुरू कर दिया जाएगा। विधायक की मानें तो यह कार्य उनके अकेले का नहीं है। इसके लिए कई लोगों का सहयोग प्राप्त हो रहा है और कुछ कमी होगी तो वो खुद पूरा करेंगे।
भाजपा विधायक का कहना है कि सूरत शहर में तो कोरोना बढ़ ही रहा है। मगर महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाक़ों से भी मरीज़ सूरत आ रहे हैं। ख़ास कर महाराष्ट्र के उन ज़िलों से कोरोना मरीज़ आ रहे हैं, जो गुजरात की सीमा से सटे हैं। फ़िलहाल सूरत के सिविल अस्पताल में पौने दो सौ मरीजों का इलाज चल रहा है।
भाजपा विधायक ने कहा कि अफ़सोस की बात ये है कि बिना वेंटिलेटर के मरीज़ सूरत की सिविल अस्पताल आ रहे हैं और उनकी मौत हो जाती है तो ऐसी व्यवस्था को लेकर उन्होंने वहां के कलेक्टर को भी पत्र लिखा है और फ़ोन किया है। मगर मानवता के तौर पर यहां सभी का इलाज किया जा रहा है।
सूरत की मजूरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक हर्ष संघवी कोरोना काल में दुबारा शहर की जनता का सहारा बनकर सामने आए हैं। सिर्फ़ सूरत की बात करें तो यहां और भी एक दर्जन विधायक हैं जो अगर हर्ष संघवी की तरह कोरोना से जूझ रही शहर की जनता की मदद के लिए आगे आए तो जनता की मुसीबत काफ़ी हद तक कम हो सकती है।
टीम बेबाक