रांची: राजधानी के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद 58 कैदी को रिहा कर दिया गया। रिहा किए गए सभी कैदी हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा पाने वाले थे। जो कम से कम 14 साल की सजा पूरी कर चुके थे।
सीएम की स्वीकृति के बाद ये कैदी रिहा किए गए। जेल से रिहा होते ही सभी कैदी अपनों से मिले अपनों से मिल सभी के आंसू छलक उठे थे। इनमें दो ऐसे कैदी भी रिहा हुए, जो अपना पता भूल चुके हैं। इनमें गुमला निवासी एतवा खड़िया और गढ़वा निवासी लखन भुईयां हैं। इन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वे कहां जाएं ।
सभी कैदियों की अलग-अलग कहानियां हैं। हालांकि जेल में अनुशासित रहने और आदतन अपराध में शामिल नहीं रहने की वजह से राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद ने उनकी रिहाई पर मुहर लगा मुक्त कराया गया।
जेल गेट से रिहा होने के बाद सभी कैदियों ने कहा कि वे अब नई जिंदगी की शुरुआत करेंगे। जेल से मुक्त करने से पहले जेल प्रशासन ने शपथ भी दिलाई। जेल गेट से निकलते ही कैदियों में खुशी का ठिकाना नहीं था।
टीम बेबाक