Gujrat: गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल की मौजूदगी में मंगल टीके यानी की कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान की आज अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में शुरुआत करवाई। अहमदाबाद सहित राज्य के कुल 161 केन्द्रों पर आज दिन भर टीकाकरण की प्रक्रिया चली।
देश में आज से कोरोना महामारी को काबू करने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है। देश के अन्य राज्यों की तरह गुजरात में टीकाकरण अभियान के लिए बड़ी तादाद में हेल्थ वर्कर्स को टीके लगाए जा रहे हैं। भारत टीकाकरण शुरू करने वाला 31वां देश बना है।
प्रधानमंत्री के आवाहन के बाद आज 11 बजे वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में खुद मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित कई उच्च अधिकारी मौजूद रहे। सिविल अस्पताल परिसर स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ़ किडनी डीसीस एंड रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर डॉ विनीत मिश्रा ने खुद सबसे पहला टिका लिया इस मौके पर कच्छ के सांसद विनोद चावड़ा भी मौजूद रहे।
गुजरात में पहले दिन 16 हजार से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया। डॉ. मिश्रा के साथ अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ जेवी मोदी और गांधीनगर सिविल अस्पताल की अधीक्षक डॉ नियति लखानी सबसे पहले टीका लगवाने वाले लोगों में शामिल हुए।
टीकाकरण की शुरुआत के तहत राज्य में 161 केंद्रों से स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने का अभियान शुरू किया गया है। पहले चरण के लिए गुजरात स्वास्थ्य विभाग ने 4.31 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों की पहचान की थी, जिनमें डॉक्टर और नर्स शामिल हैं। स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के बाद, कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे 6.93 लाख कर्मियों जैसे पुलिसकर्मियों, 50 से कम उम्र के 1.05 करोड़ नागरिकों और 50 से कम उम्र एवं अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित 2.75 लाख लोगों को इस अभियान में शामिल किए जाएंगे। प्रत्येक दिन प्रति केंद्र 100 स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीके लगाएंगे।
कोविड ऐप के माध्यम से लाभार्थियों को केंद्र के पते और अन्य निर्देशों के बारे में बताया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण कार्य के लिए लगभग 16 ,000 कर्मियों को प्रशिक्षित किया है।
टीम बेबाक