नई दिल्ली: उत्तराखंड उच्च न्यायालय में केदारनाथ फ़िल्म में केदारनाथ धाम व हिंदुओं की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने के खिलाफ याचिका दायर की गई है, जिस पर कोर्ट में जल्द ही सुनवाई होगी।
उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं को ताक पर रखकर फ़िल्म केदारनाथ की रिलीज पर उठे विवाद के बीच उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई है। आरोप लगाया गया है कि भगवान केदार का अपमान करते हुए विदेशी रुपयों के दम पर फ़िल्म का निर्माण किया गया है।
याचिकाकर्ता स्वामी दर्शन भारती ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर कर प्रार्थना की है कि फ़िल्म केदारनाथ में पहाड़ समेत हिंदुओं की आस्था और विश्वास के साथ भद्दा मजाक किया गया है । फ़िल्म में दिखाया गया है कि केदारघाटी में सैकड़ों वर्षों से मुस्लिम समाज के लोग रहते हैं जबकि वहां एक भी मुस्लिम या इस्लामिक परिवार नहीं रहता है। फ़िल्म निर्माता ने केदारघाटी की आपदा को लव जिहाद से जोड़कर आस्था और विश्वास पर कुठाराघात किया है।
इस फिल्म की कहानी को लेकर आपत्ति दर्ज की गई है
फ़िल्म में लड़का मुस्लिम और लड़की हिन्दू है और इनकी शादी को लेकर लड़की वाला परिवार कहता है कि अगर प्रलय भी आ जाएगा तो शादी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि फिल्म के प्रोमो/ट्रेलर में दिखाया गया है कि हीरो कहता है कि हमारे पूर्वज सदियों से केदारनाथ में रहते आ रहे हैं जबकि ऐसा नहीं है। याची ने बताया कि सेंसर बोर्ड को भी ज्ञापन भेज आपत्ति दर्ज कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ देश के लिए मोक्ष धाम के रूप में प्रचलित है और जगत गुरु शंकराचार्य ने भी चार धाम की स्थापना के बाद यही शरीर त्यागा था। उन्होंने कहा कि इससे आहत होकर हमने लोकतंत्र के मंदिर में केदारनाथ की आस्था को बचाने की मांग की है। उन्होंने ये भी बताया कि श्री केदारनाथ और श्री बद्रीनाथ मन्दिर समिति ने भी याचिका में साथ देते हुए कहा है कि फ़िल्म निर्माण में उनसे कोई अनुमति नहीं ली गई है। याचिका दायर होने के बाद अब इसपर जल्द सुनवाई होगी।
फिल्म की कहानी 14 किलोमीटर की दूरी में ही है
बता दें इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में सुशांत ने मंसूर और सारा ने मुक्कू का रोल निभाया है। जबकि इसके निर्देशक अभिषेक कपूर हैं। फिल्म की कहानी गौरी कुंड से केदारनाथ मंदिर तक की उसी 14 किलोमीटर के रास्ते की है। ये एक ऐसे नौजवान की कहानी है, जो गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग पर डंडी (पिट्ठू) मजदूर का काम करता है। एक दिन वह डंडी में एक यात्री को लेकर केदारनाथ जा रहा होता है कि इसी बीच आपदा आ जाती है, जिससे पूरा रास्ता टूट-फूट जाता है। बाबा केदार के दर्शनों को आई एक लड़की भी इस सैलाब में फंस जाती है। पहाड़ का यह लड़का जान को जोखिम में डाल कर उस लड़की को बचाता है और फिर प्यार परवान चढ़ता है। बता दें फिल्म केदारनाथ 7 दिसंबर को रिलीज हो रही है।
टीम बेबाक