New Delhi: पिछले पांच दिनों से सिंघू और टीकरी बॉर्डर के पास किसानों के प्रदर्शन के कारण दिल्ली से हरियाण-पंजाब जाने के सभी रास्ते बंद हैं। हालात ऐसे हैं कि लोग कहीं पैदल निकलने को तैयार हैं तो कुछ लोग 2 दिन से बसों और सवारी का इंतजार कर रहे हैं। दिल्ली के काश्मीरी गेट बस अड्डे पर यात्री बसों के इंतजार में समय काट रहे हैं और परेशान हो रहे हैं।
किसी को पानीपत जाना है तो किसी को चंडीगढ़, जाना सबको है पर ये नहीं पता कि रास्ता कैसे निकलेगा। कश्मीरी गेट बस अड्डे पर पानीपत जाने के इंतजार में विकास का परिवार सुबह 4 बजे से यही बैठा हैय, सवारी मिल नहीं रही है और साथ में महिलाएं और बच्चे भी हैं। ऐसे में विकास को अब कोई रास्ता नहीं मिल रहा है। विकास कन्नौज से पानीपत जाने के लिये निकला था, वो दिल्ली तक तो आ गया मगर अब आगे के रास्ते का पता नहीं की वो पायेगा या नहीं।
सूरज सिंह के भाई चंडीगढ़ में आखिरी सांसें गिन रहे हैं। बिहार से दिल्ली आ गए हैं, भाई को पैसे देने क्योंकि उसके पास इलाज के लिए पैसा भी नहीं। जैसे-तैसे कुछ पैसे का जुगाड़ करके घर से निकले थे। पर अब उनको लगने लगा है कि शायद वो अपने भाई को आखिरी बार देख भी न पाएं।
इसके अलावा कई यात्री इस बात से परेशान है कि कब तक उनको इंतजार करना होगा, कोई जानकारी देने वाला भी नहीं है। कुछ लोग 2 दिन से बस यहां बसों का इंतजार ही कर रहे हैं।
किसानों की सरकार की बातचीत में हल जब भी निकले, लेकिन सवाल इस बात का है कि आखिर अब जनता इसमें क्यों परेशान हो। बहरहाल सभी को उम्मीद उस खबर की है कि रास्ते खुले और ये अपने गंतव्य तक जाएं।
टीम बेबाक