Alwar: जानी-मानी वास्तु शास्त्र जानकार विभा जी की मानें तो भवन या जमीन निजी हो या सरकारी या फिर सार्वजनिक उपयोग के लिए वास्तु का अच्छा और बुरा असर हमेशा होता है। उदाहरण के लिए जयपुर में बनी नई विधानसभा जिसमें वास्तु दोष होने के कारण तब की वर्तमान सरकार ने अपना कार्य पुरानी विधानसभा से ही चालू रखा था। क्योंकि नई विधानसभा में वास्तु दोष होने के कारण वास्तु शास्त्रकारों का मानना था कि इससे सरकार को नुकसान हो सकता है और तब की वर्तमान सरकार ने वास्तु दोष का निवारण करने के बाद ही नई विधानसभा में प्रवेश किया था।
ऐसा ही कुछ आंध्र प्रदेश की नई बनी विधानसभा के साथ हुआ था और तब की वर्तमान सरकार ने वास्तु दोष का निवारण करने के बाद ही नई विधानसभा में अपना सत्र बुलाया था।
विभा जी का ये भी कहना है कि वास्तु दोष का असर अलग-अलग होता है किसी के लिये इसके बुरे प्रभाव के कारण धन का नुकसान होता है और किसी के पद की गरिमा को हानि और कभी-कभी वास्तु दोष इतना ज्यादा हो सकता है कि ये दोष किसी की अकाल मृत्यु या बड़ी दुघर्टना का कारण बन सकता है।
अलवर शहर के एन.ई.बी. में बनने वाले पार्क की अगर बात करें तो इसमें दो प्रमुख दोष है। क्योंकि इस पार्क का आकार एक तरफ से चौड़ा और एक तरफ से सकरा है, जिसके कारण ये जमीन सिंह मुखी और गौ मुखी वाली है और वास्तु शास्त्र के अनुसार ये दोनों ही मुखी जमीन रहने के हिसाब से बहुत अधिक फलकारी नहीं होती। पर ये जमीन सार्वजनिक है और इसमें पार्क बन रहा है जो कि एक अच्छा काम है। समाज के हित के लिए है तो इसका दोष किसी एक पर नहीं आता, पर कभी-कभी देखा जाता है। इन जमीनों पर निर्माण करवाने वाले को काफी नुकसान हो सकता है।
अगर बात करें इन दोषों के निवारण की तो ऐसे जमीनों पर हमेशा दो प्रमुख गेट होने चाहिए जो कि एक दूसरे के आमने सामने हो, ऐसी जगह पर पक्का निर्माण जितना कम हो सके उतना कम करें और ऐसी जमीनों पर हमेशा फलदार पेड़ों को लगाएं, जिनको चिड़िया और गिलहरियां आदि आराम से खा सकें जैसे नीम, जामुन, पीपल, शहतूत आदि।
मनोज कुमार/टीम बेबाक