Alwar: अलवर शहर में आज अतिक्रमण और सार्वजनिक जमीनों पर कब्जा एक आम बात होती जा रही है औऱ कुछ ऐसा ही हो रहा है। अलवर के अग्रसेन चौराहे से ले कर अपैक्स हॉस्पिटल तक, सड़क के दोनों तरफ लोगों ने कच्ची बस्ती बना ली है और ये लोग यहां काफी सालों से डेरा डाले हुए हैं, जिससे सड़क पर आए दिन दुर्घटना होती रहती है। आसपास रहने वालों की शिकायत है कि ये लोग अक्सर घरों में ताका-झांकी करते रहते हैं, जिससे चोरी होने का डर हमेशा बना रहता है।
इसके अलावा सड़क के एक दम किनारे इनकी झोपड़ियां बनाने से रोड पर चलने वाले वाहनों के लिए जगह कम पड़ जाती है। इन झोपड़ियों में रहने वाले रात में बिजली की लाइन पर तार डाल के लाइट की चोरी भी करते हैं और सबसे बड़ी बात ये की ये सब पुलिस के नाक के नीचे हो रहा है। क्योंकि इन झोपड़ियों से मात्र 200 मीटर की दूरी पर एन.ई.बी थाना है, पर न तो पुलिस इनको यहां से हटाती है और न नगर परिषद कुछ करता है और अब ये अतिक्रमण धीरे-धीरे बढ़ते हुए अग्रवाल धर्मशाला के पास होने लगा है।
वाहन चालकों का बोलना है सड़क किनारे इनकी झोपड़ियां होने से सबसे ज्यादा दिक्कत वाहन चलाने में होती है। क्योंकि इनके छोटे-छोटे बच्चे खेलते हुए कभी भी रोड पर आ जाते हैं, जिससे हमेशा दुर्घटना होने की उम्मीद रहती है।
कॉलोनी वासियों ने इस अतिक्रमण के बारे में नगर परिषद में भी काफी बार शिकायत की है और बिजली चोरी की शिकायत बिजली विभाग में, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुईं।
अशोक तिवारी/टीम बेबाक